शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को संसद में किसानों की आय, कश्मीर में नेताओं की हिरासत और जेएनयू के मुद्दे पर हंगामा हुआ। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। कांग्रेस सांसदों ने गांधी परिवार की सुरक्षा कम करने पर तानाशाही बंद करो के नारे लगाए और लोकसभा की वेल में आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा। इसके बाद गांधी परिवार की सुरक्षा घटाने के मुद्दे पर कांग्रेस और डीएमके ने लोकसभा से वॉक आउट कर दिया। उधर, कई सदस्यों ने दोनों सदन में वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा के लिए नोटिस दिया।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''सोनिया और राहुल गांधी सामान्य सुरक्षा पाने वाले व्यक्ति नहीं हैं। अटल बिहारी वाजपेयी ने गांधी परिवार को एसपीजी सुरक्षा प्रदान की थी। गांधी परिवार को 1991 से 2019 तक यह सुरक्षा मिली रही। एनडीए दो बार सत्ता में आया, लेकिन गांधी परिवार का एसपीजी कवर नहीं हटाया गया।''
अपडेट्स
- विपक्ष ने प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के मुद्दे पर हंगामा किया। विपक्ष ने जेएनयू और गांधी परिवार की सुरक्षा घटाने के मामले में भी नोटिस दिया।
- राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा, विजय गोयल, केटीएस तुलसी और जीवीएल नरसिम्हा राव ने प्रदूषण पर चर्चा के लिए नोटिस दिया। माकपा सांसद बिनॉय विस्वन ने जेएनयू मुद्दे पर राज्यसभा में स्थगन नोटिस दिया।
प्रदूषण पर राजनीति से ऊपर उठकर सोचना होगा: तृणमूल
तृणमूल कांग्रेस की सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर सोचने की जरूरत है। इस पर राजनीति से ऊपर उठकर विचार करना चाहिए और मिलकर हल खोजना चाहिए। जलवायु परिवर्तन पर एकजुट होकर लड़ने की जरूरत है। रविवार को दिल्ली में भाजपा के सांसदों मनोज तिवारी, हंसराज हंस और मीनाक्षी लेखी ने प्रदूषण का मुद्दा संसद में उठाया। लेखी ने कहा कि हमारे प्रदेश के सीएम अरविंद केजरीवाल के पास इतना समय नहीं है कि अपने पड़ोसी के राज्यों के साथ बात कर लें।